पैसा और मैरिज – क्या आपको लगता है कि शादी के बाद पति पत्नी के बीच अनबन का सबसे बड़ा कारण पैसा है? तो आप अकेले नहीं है। पैसा वह मुद्दा है जिसको लेकर विवाहित जोड़े आपस में लड़ते हैं और तलाक का कारण बन जाता है और दूसरा प्रमुख कारण है बेवफाई। जब हम किसी भी तरह के रिश्तों में पैसे की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में तनाव आना स्वाभाविक है।
Sadhi Ke Baad Life Ko Bahtarin Kaise Banaye हालांकि कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने लाइफ पार्टनर से कितना प्यार करते हैं। शादी से पहले आप दोनों का अलग-अलग लाइफस्टाइल रहता है।
Paise या marrige : Sadhi Ke Baad Life Ko Bahtarin Banane Ke Best 7 Tips
शादी के बाद आप दोनों की अलगSadhi Ke लाइफस्टाइल हो जाती है। आपके ऊपर जिम्मेदारियों का बोझ हो जाता है। इन बोझ को कम करने के लिए पैसों की आवश्यकता होती है। अगर आप अपने लाइफ पार्टनर की सभी जरुरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं तो इससे अनबन बढ़ जाती है।
इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप पैसे और अपने रिश्तों दोनों के बीच सामंजस्य कैसे बना सकते हैं और साथ ही वे 7 तरीके बताएंगे जिससे आपका रिलेशनशिप जीवन भर के लिए अच्छा रह सकता है, तो आइए जानते हैं:
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संयुक्त बैंक खाता खोलें (Open A Joint Bank Account):
कुछ दंपतियों को लगता है कि पैसे की बहस से बचने का सबसे अच्छा तरीका अलग-अलग बैंक अकाउंट रखना है। एक कि तनख्वाह तनख्वाह एक खाते में चली जाती है, दूसरे का वेतन दूसरे में चला जाता है,
और वे प्रत्येक बिल का भुगतान अलग-अलग करते हैं। इससे कोई नुकसान नहीं और कोई बेईमानी नहीं है। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आप गलत हैं। यह आपके पैसे और शादी के साथ बड़ी समस्याओं का आधार बनाता है।
लेकिन आप यह बात दिमाग में रखें कि शादी एक साझेदारी है। पैसे को अलग-अलग रखना और बिल को अलग-अलग पेमेंट करना एक बुरा विचार है। इससे रिश्ते और भी खराब होते हैं और खर्च भी अधिक होता है। इसीलिए अलग खाते न रखें,दोनों लाइफ पार्टनर एक जॉइन्ट बैंक अकाउंट ओपन करें और सभी पैसे एक साथ रखें। इससे आपकी लाइफ अच्छी हो सकती है।
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अपनी जीवन शैली विकल्पों पर एक साथ चर्चा करें (Duscuss Your Lifestyle Choices Together):
जैसा कि हमने पहले बताया कि शादी एक समझौता है। यदि आप में से किसी एक को मंहगी और ब्रांडेड चीजों को पहनने का शौक है तो आप उन्हें ब्रांडेड चीजें दिलाइए जो सस्ते दामों पर उपलब्ध हों। ब्रांडेड प्रोडक्ट्स पर समय-समय पर छूट मिलती रहती हैं।
लाइफ पार्टनर्स को यह जरूर देखना चाहिए कि आपके पास कितनी आय है और उस हिसाब से कितना खर्च करना अच्छा हो सकता है। अगर आप इन चीजों को ध्यान में रखकर एक दूसरे की भावनाओं को समझते हैं तो आप एक दूसरे के साथ बेहतर जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
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व्यक्तित्व के अंतर को पहचानें (Recognize your difference in personality):
जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि सबका विचार एक तरह कभी नहीं हो सकता है। लेकिन अगर आप लाइफ पार्टनर हैं तो यह समझना जरूरी है कि एक दूसरे का विचार और व्यक्तित्व कैसा है। उसी हिसाब से उसके साथ व्यवहार करना चाहिए। अगर आप जान रहे हैं कि एक का स्वभाव थोड़ा गर्म है तो आपको थोड़ा ठंडा होना पड़ेगा। आप दोनों को एक दूसरे को उतना ही महत्व देना होगा। तभी आप अपने लाइफ पार्टनर के साथ स्वस्थ जीवन बिता सकते हैं।
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वेतन के अंतर को अपने बीच न आने दें (Don’t Let Salary Differences Come Between You):
अगर आप दोनों लोग कहीं जॉब करते हैं तो एक दूसरे के वेतन के अंतर को अपने बीच कभी ना आने दें। जैसे कि ये कभी ना कहें कि “आप कम कमाते हैं मैं ज्यादा कमाता हूँ, इसीलिए मैं जो कहूंगा वही होगा।” या फिर “ये वेतन आपका है, ये मेरा है।” आप चाहे जो भी काम करते हों या जितना भी कमाते हों, उसे कभी अलग ना समझें, यह समझें कि ये हमारा है। यदि आपकी पत्नी गृहिणी हैं तो भी आपको उनको उतना ही महत्व दें और बेसिक जरूरतों के साथ-साथ उन्हें कुछ पैसे भी खर्च के लिए दें ताकि उसे किसी भी प्रकार का असहज न लगे।
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किसी समान की खरीददारी को खुला रखें (Keep purchases out in the open):
कई बार ऐसा होता है कि आपका लाइफ पार्टनर कोई सामान आपके बिना जाने ही खरीदता है और उसके बारे में आपको नहीं बताता है। एक सर्वे के अनुसार 3 में से एक व्यक्ति ऐसा करता है। अगर आपको अपने लाइफ पार्टनर से साथ अच्छा जीवन जीना है तो ये काम कतई ना करें। किसी भी सामान को खरीदते समय या खरीदने एक बाद अपने लाइफ पार्टनर को जरूर बताएं। इससे आपके लाइफ पार्टनर का विश्वास आपके ऊपर और भी बढ़ेगा।
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अपनी उम्मीदों को एक साथ सेट करें (Set expectations together):
आपको अपने लाइफ पार्टनर के साथ बैठकर अपनी उम्मीदों के बारे में बताना चाहिए और उस पर खरा उतरने के लिए विचार करके उस पर रणनीति बनानी चाहिए। अगर आपकी उम्मीद से आपका लाइफ पार्टनर खुश नहीं है तो फिर आपका शादीशुदा जीवन सफल नहीं हो सकता है। जैसे अगर आप शादी के बाद घर लेना चाहते हैं और पैसों के अभाव में ऐसा नहीं हो पाया है तो इस पर साथ बैठकर विचार विमर्श करना चाहिए। क्योंकि आपका लाइफ पार्टनर आपको अच्छा सलाह ही देगा क्योंकि आपकी सभी उम्मीदें अब उससे भी जुड़ी हुई होती हैं।
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अपने बच्चों की मांग पर भी लाइफ पार्टनर से सलाह लें
बच्चों को लेकर अक्सर शादीशुदा जीवन में कहासुनी होती रहती है। अगर आपके बच्चे आपसे वीडियो गेम मांग रहे हैं और वह आपके बजट में नहीं है और आप उन्हें डांटकर चुप करा देते हैं तो इससे भी आपके लाइफ पार्टनर से कहासुनी हो जाती है। क्योंकि एक पक्ष अपने बजट को देख रहा होता है और एक पक्ष अपने बच्चों के मांग को देख रहा होता है। इसीलिए बच्चों की मांग को लेकर एक साथ बैठकर विचार करें और बताएं कि आपका क्या बजट है और क्या उनकी मांग को पूरा करना जरूरी है?
निष्कर्ष:
अगर आप अपने लाइफ पार्टनर के साथ हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं तो सबसे पहले पैसे को अपने बीच कभी ना आने दें। एक दूसरे को बराबर महत्व दें, एक दूसरे की बातों और भावनाओं को समझें।
अगर आपका लाइफ पार्टनर किसी भी चीज को लेकर परेशान है तो आप उसकी परेशानी दूर करने का उपाय सोचें। भविष्य को लेकर किसी भी रणनीति पर विचार करें और एक दूसरे से सलाह लें।